रामदेव एवं राखी सावंत में एक समानता दिखती है कि दोनों ने जनचर्चा में आने के लिए अंग प्रदर्शन का रास्ता अपनाया और दोनों की चर्चा भी एक जैसी होती है. जो तेज़ दौड़ लगाता है, वह गिरता भी तेज़ी से है और जब वह गिरता है तो संभल नहीं पाता. उन्होंने कहा कि शोहरत पा चुके रामदेव के गिरने के दिन लगता है कि बेहद क़रीब आ चुके हैं.
-ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी
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