प्राचीनकाल से ही कुछ शकुन व अपशकुन की मान्यताएं प्रचलित हैं। ऐसा ही एक अपशकुन है बिल्ली का रास्ता काटना। जिसे हमारे बड़े-बुजुर्गो ने एक बहुत बड़ा अपशकुन माना है, लेकिन आजकल अधिकांश लोग इसे एक अंधविश्ववास मानते हैं।
हमारी कोई भी प्राचीन मान्यता बिना सोचे समझे नहीं बनाई गई है। हमारे देश की हर एक छोटी से छोटी मान्यता के पीछे कोई ना कोई तथ्य अवश्य छिपा हुआ है।
बिल्लियों को डायन का प्रतिरूप माना जाता है। यदि किसी के घर में बिल्लियां आपस में लड़ रही हैं तो माना जाता है कि शीघ्र ही घर में कलह उत्पन्न होने वाला है। बिल्लियों का रोना घर में किसी के मरने की पूर्व सूचना देता है।
दरअसल इसमें बिल्ली का कोई दोष नहीं है बिल्ली अशुभ नहीं है। बिल्ली के पास ऐसी क्षमता होती है कि उसे किसी भी अशुभ घटना का पहले ही आभास हो जाता है और वह इससे बचने के लिए किसी को भी पूर्व सूचित कर देती हैं।
इसलिए हमारे बड़े-बूढ़े कहते हैं कि अगर बिल्ली ने रास्ता काट दिया है तो किसी भी काम जिसके लिए आप जा रहे हैं, उसे कुछ देर के लिए ही सही लेकिन टाल देना चाहिए। हो सकता है इससे आपके साथ होने वाली कोई बड़ी अनहोनी टल जाए।
Source: धर्म डेस्क. उज्जैन
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