अयोध्या के फैसले का हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए। इसे किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। अब हमारा मुख्य काम देश में शांति बनाय रखना और देश की तरक्की है. कितना अच्छा फैसला है, अब वहां मंदिर और मस्जिद दोनों का एक साथ निर्माण हो सकता है. इससे अच्छी भाई चारे की और क्या मिशाल हो सकती है. मेरा मानना है की आम जनता को तो ये फैसला मंजूर है, परन्तु शायद दोनों धर्मो के ठेकेदारों को नहीं !
Post a Comment
अपनी बहुमूल्य टिपण्णी देना न भूले- धन्यवाद!!