पिछले 5 सालों में जितनी लूट हुई है, अगर उन सबको जोड़ दिया जाए तो यह अंग्रेजों की भारत शासन के दौरान 1 ट्रिलियन डॉलर की लूट से ज्यादा निकल जाएगा। अगर प्रधानमंत्री इन स्कैंडल के बारे में नहीं जानते थे तो वह प्रधानमंत्री बने रहने के लायक नहीं हैं। अगर जानते थे तो वह भी अपराध में साझेदार हैं।
मै महेश भट जी से सह्मत हूं
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