26 जनवरी 1950 – देश के सँविधान को लागू किया गया. भारत प्रजातंत्र बना. देश पर लोगों का राज हुआ. आम जनता अब शासक थी जो अपने प्रतिनिधि को संसद तक भेजती थी और वे प्रतिनिधि देश का राजकाज चलाते थे. अंग्रेजो की गुलामी समाप्त हुई. उस समय जो देश की स्थिति थी उससे कई गुना अच्छी स्थिति आज है. भारत ने प्रगति की है, भले ही रफ्तार कम रही हो.
1950 में भारत में साक्षरता की दर मात्र 18% थी. यानी कि हर 100 में से 18 लोग ही पढना लिखना जानते थे. आज भारत की साक्षरता दर 68% है. इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं और जीवन की गुणवत्ता में भी काफी बदलाव आया है. 1950 में औसत आयु 32 वर्ष की हुआ करती थी जो अब बढकर 68 वर्ष हो गई है.
1950 में हर 1000 में से 137 नवजात शिशुओं की जन्म प्रक्रिया के दौरान या उसके कुछ दिनों बाद मृत्यु हो जाती थी, अब यह दर घटकर प्रति 1000 में से 53 रह गई है. 1950 में से प्रति 1 लाख लोगों के बीच 16 चिकित्सक होते थे आज यह दर बढकर 60 हो गई है.
देश की समृद्धि में भी बढोत्तरी हुई है और लोगों का जीवन स्तर ऊँचा हुआ है. 1950 में देश की पर कैपिटल आय 255 करोड़ थी, आज यह 37490 करोड़ है. इसके अलावा कृषि क्षैत्र में भी काफी प्रगति हुई है. भोजन के लिए काफी महत्वपूर्ण गेहूँ की पैदावार 1950 में 65 लाख टन थी जो अब बढकर 7 करोड़ 86 लाख टन हो गई है.
व्यापार की बात करें तो 1950 में देश का निर्यात 606 करोड़ रूपए का था जो अब बढकर 7.7 लाख करोड़ हो गया है. दूसरी तरफ आयात 608 करोड़ रूपए से बढकर 13.1 करोड़ हो गया है. इस लिहाज से देखें तो 1950 में भारत की आयात लागत निर्यात के लगभग बराबर ही थी लेकिन आज देश जितनी आमदनी निर्यात करके प्राप्त करता है उससे कहीं अधिक खर्च आयात करने में जाता है. सरकार का खर्च भी बढ गया है. 1950 में सरकार का कुल खर्च 337 करोड़ हुआ करता था और आमदनी 338 करोड़. आज सरकार का खर्च और आमदनी दोनों 10.2 लाख करोड़ है.
1950 में देश का रक्षा बजट 168 करोड़ रूपए था, आज यह बढकर 1.7 लाख करोड़ रूपए हो गया है. सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 98 रूपए था जो अब बढकर 16445 रूपए हो गया है.
1950 में देश में 19811 किलोमिटर के हाईवे थे, आज 70548 किलोमिटर के हाईवे हैं. 1950 में पूरे देश में करीब 1 लाख टेलिफोन कनेक्शन थे, आज 54 करोड़ 30 लाख टेलिफोन कनेक्शन हैं. 1950 में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 15.6 किलोवॉट थी जो अब बढकर 631 किलोवॉट हो गई है.
और अंत में 1950 में देश की आबादी 36 करोड़ थी जो अब बढकर 1 अरब 25 करोड़ के आसपास हो गई है. यानी कि 220% अधिक!
1950 में भारत में साक्षरता की दर मात्र 18% थी. यानी कि हर 100 में से 18 लोग ही पढना लिखना जानते थे. आज भारत की साक्षरता दर 68% है. इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं और जीवन की गुणवत्ता में भी काफी बदलाव आया है. 1950 में औसत आयु 32 वर्ष की हुआ करती थी जो अब बढकर 68 वर्ष हो गई है.
1950 में हर 1000 में से 137 नवजात शिशुओं की जन्म प्रक्रिया के दौरान या उसके कुछ दिनों बाद मृत्यु हो जाती थी, अब यह दर घटकर प्रति 1000 में से 53 रह गई है. 1950 में से प्रति 1 लाख लोगों के बीच 16 चिकित्सक होते थे आज यह दर बढकर 60 हो गई है.
देश की समृद्धि में भी बढोत्तरी हुई है और लोगों का जीवन स्तर ऊँचा हुआ है. 1950 में देश की पर कैपिटल आय 255 करोड़ थी, आज यह 37490 करोड़ है. इसके अलावा कृषि क्षैत्र में भी काफी प्रगति हुई है. भोजन के लिए काफी महत्वपूर्ण गेहूँ की पैदावार 1950 में 65 लाख टन थी जो अब बढकर 7 करोड़ 86 लाख टन हो गई है.
व्यापार की बात करें तो 1950 में देश का निर्यात 606 करोड़ रूपए का था जो अब बढकर 7.7 लाख करोड़ हो गया है. दूसरी तरफ आयात 608 करोड़ रूपए से बढकर 13.1 करोड़ हो गया है. इस लिहाज से देखें तो 1950 में भारत की आयात लागत निर्यात के लगभग बराबर ही थी लेकिन आज देश जितनी आमदनी निर्यात करके प्राप्त करता है उससे कहीं अधिक खर्च आयात करने में जाता है. सरकार का खर्च भी बढ गया है. 1950 में सरकार का कुल खर्च 337 करोड़ हुआ करता था और आमदनी 338 करोड़. आज सरकार का खर्च और आमदनी दोनों 10.2 लाख करोड़ है.
1950 में देश का रक्षा बजट 168 करोड़ रूपए था, आज यह बढकर 1.7 लाख करोड़ रूपए हो गया है. सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 98 रूपए था जो अब बढकर 16445 रूपए हो गया है.
1950 में देश में 19811 किलोमिटर के हाईवे थे, आज 70548 किलोमिटर के हाईवे हैं. 1950 में पूरे देश में करीब 1 लाख टेलिफोन कनेक्शन थे, आज 54 करोड़ 30 लाख टेलिफोन कनेक्शन हैं. 1950 में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 15.6 किलोवॉट थी जो अब बढकर 631 किलोवॉट हो गई है.
और अंत में 1950 में देश की आबादी 36 करोड़ थी जो अब बढकर 1 अरब 25 करोड़ के आसपास हो गई है. यानी कि 220% अधिक!
sOURCE: तरकश ब्यूरो अपनी बहुमूल्य टिपण्णी देना न भूले- धन्यवाद
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