कसाब को फांसी, अदालत ने तो अपना काम कर दिया, ऐसे अपराधी को इससे कम सजा नहीं हो सकती, परन्तु सरकार अपना काम कब करेगी, फांसी की सजा की लाइन में कसाब भी खड़ा हो गया का है, अफजल गुरु जैसे कई और शातिर अपराधी सालों से जेल में सरकार के दामाद बन कर रह रहें है, सरकार उनकी सुरक्षा और दुसरे खर्चो पर कारोड़ो रुपए खर्च कर रही है, और अब इनमे एक नाम और बढ़ गया, हमारे पिछले और वर्तमान आदरणीय राष्ट्रपतियों के पास इन सबकी दया याचिका (mercy petitions) पर फैंसला करने का समय ही नहीं है. या राजनितिक इच्छाशक्ति की कमी है, या फिर एक और कंधार विमान अपहरण का इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि इस हालात में कुछ अपराधी तो छोड़ने ही पड़ेंगे. वोट की इस राजनिति के लिए जनता के पैसे का केसे दुरूपयोग हो रहा है. किसी भी सरकार को इन अपराधियों के अपराध का बोध नहीं नहीं है. क्या राजनिति में कोई ऐसा मसीहा आयेंगा? जो इस राजनिति की दशा और दिशा बदल सके!
bhai saheb, ye desh to aise hi chalega, aap kyon preshan hote ho, aap to achhe se thailand main bethe ho. bahut badhiya jo es desh ki chinta karte ho.
ReplyDeletesameer
sir, i am agree with you
ReplyDeletekya kar sakte hai in logon ka.
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