अनुपम खेर जी का twit पढ़ा, आप सब के साथ शेयर कर रहाँ हूँ| आजादी के 63 साल के बाद, अपने देश की यह हालत है! वास्तव में बहुत ही दयनीय है|
Twit
मुझे बताया गया है: भारत में अब 2.5 मिलियन पूजास्थल हो चुके हैं, लेकिन केवल 1.5 मिलियन स्कूल हैं और मुश्किल से 75 हजार हॉस्पिटल हैं।
ऐ जिंदगी गले लगा ले, हमने भी तेरे हर एक गम को गले से लगाया है... है ना।
ताज़ा प्रविष्ठियां
Fact of life!
एवरीथिंग इज प्री-रिटन’ इन लाईफ़ (जिन्दगी मे सब कुछ पह्ले से ही तय होता है)।
Everything is Pre-written in Life..
Monday, June 21, 2010
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